Tuesday, September 1, 2009

मां की प्रथम पुण्य तिथि पर्

अगर लूं इस धरती पर जन्म दोबारा
मां तू ही देना अपना प्यार सारा
यूं तो वर्ष भर पहले छोड दिया तुमने साथ
पर जीवन के हर पल मेंतुम रहती हो मेर्रे साथ



तुम जाने वाली थीफिर भी पूछा था मेरा हाल
बचपन से अब तक की कितनी घटनायें आती है याद

मा

4 comments:

  1. माँ - इस जगत में सबसे अनमोल। यूँ तो एक न एक दिन सबकी माँ बिछुड़ती है पर उनकी यादें हमेशा यादों में जीवित रहतीं हैं। दिवंगत माता जी को मेरी भी श्रद्धांजली।

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  2. गुजराती में एक कोट (quote) बहुत प्रसिद्ध है "बा ज्यारे आंसू आवता हता ने तू याद आवती हती, आजे तू याद आवे छे ने आंसू आवे छे।"
    मुझे लगता है कि इसका भावार्थ समझाने की आपको जरूरत नहीं होगी।
    पूज्य माताजी को हार्दिक श्रद्धान्जली..
    मैने यह टिप्पणी पहले भी कई बार अलग अलग चिट्ठों पर लिखी थी, आज फिर आपके ब्लॉग पर लिखने का मौका मिल रहा है।

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  3. आपकी माँ सदा रहेगी आपके पास

    रखें विश्वास

    माँ को मेरा भी नमन

    सार्थक लगा आपका प्रयास.

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