जीवन में जब दुःख आया
घनघोर अन्धेरा घिर आया
लेकिन इस अन्धेरें में भी
बहुत कुछ नजर आया |
नजर आयी अपनी कमजोरी
पक्के रिश्तों की कच्ची डोरी
दुनिया के मेले में
सुन्दर मन और सूरत भोरी |
दुःख कभी बर्बाद न जाए
जीवन में कुछ नया सिखाये
किसी कोने में कहीं छिपे
उन गुणों को सामने लाये|
बाद में सुख जब आता है
ईश्वर में विश्वास बढाता है
सुख और दुःख के आने से
जीवन का मतलब आता है|
प्रिय बेटा वरुण के सौजन्य से
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अच्छी रचना ... जीवन के उतार चढ़ाव बताती हुई
ReplyDeletebahut sundar lajawaab...
ReplyDeleteसुख और दुख दोनों जीवन के महत्वपूर्ण पहलू हैं..बिना इनके जीवन कहाँ....बढ़िया रचना..धन्यवाद
ReplyDeletebakhubi shabdo me dhaala he zindgi k utar chadaav ko. sashak shabd diye he rachna ko.
ReplyDeleteबहुत सुन्दर रचना! अच्छी लगी वरुण की लेखनी.
ReplyDeleteवाह वाह
ReplyDeleteप्रस्तुति...प्रस्तुतिकरण के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
वाह वाह
ReplyDeleteप्रस्तुति...प्रस्तुतिकरण के लिए बहुत बहुत धन्यवाद